अच्छी हिंदी
['उम्र, आयु और अवस्था में अंतर']
★★★★★★★★★★★★★★
तीनों शब्दों में अंतर स्पष्ट हो, उससे पूर्व एक वाक्य पर विचार करें : “वह 60 साल की अवस्था में मर गया।” क्या यह वाक्य सही है?
#जी, नहीं । यह व्याकरणिक रुप से और ‘शब्द-मीमांसा’ की दृष्टि से ग़लत है। सही वाक्य होगा– “वह 60 साल की आयु में मर गया।”
#इस भूमिका के बाद आइए इन शब्दों के अर्थ पर विचार करते हैं–
# सबसे पहले आयु : 'जीवन-काल' को आयु कहते हैं। इसका अर्थ हुआ– जन्म के समय से लेकर मृत्यु के समय तक के बीच के अंतराल को ‘आयु’ कहते हैं। इसे आप जीवन-काल समझें!
# दीर्घ आयु/आयुष/आयुष्य की कामना के लिए प्राचीन काल से ही “दीर्घायु भव !” अथवा “आयुष्मान/ आयुष्मती भव !” का आशीष दिया जाता है। स्पष्ट है कि 'आयु' पूरे जीवन काल के लिए प्रयुक्त होता है। इसीलिए एक और आशीष है - “चिरंजीवी भव !”
# अवस्था : अवस्था का शाब्दिक अर्थ हालत या दशा है। लड़कपन, जवानी, अधेड़ावस्था और बुढ़ापा इसके उदाहरण हैं। ग़ौर करें कि ‘अधेड़ावस्था’ में अवस्था शब्द तो समाया हुआ ही है।
# उम्र का अर्थ है : जन्म से लेकर वर्तमान तक का समय; जबकि हमने देखा कि आयु जन्म से मृत्यु तक का समय होता है। यह अरबी मूल का है और फ़ारसी होते हुए हिंदी में प्रयुक्त होने लगा है। अगर कोई कहता है कि सोहन की उम्र 40 साल है, तो यह दर्शाता है कि सोहन की मृत्यु अभी नहीं हुई है। यहाँ अगर कहा जाए कि सोहन की आयु 40 वर्ष है, तो इसका अर्थ होगा कि वह 40 वर्ष बाद मर जाएगा।
# अगला शब्द है वय : ‘वय’ शब्द संस्कृत के ‘वयस’ से बना है जिसका अर्थ है– उम्र अथवा अवस्था (लेकिन आयु नहीं )। ‘वय’ शब्द का दूसरा अर्थ यौवन भी होता है ।
#संस्कृत में ‘वयन’ का अर्थ है ‘बुनना’ या ‘बुनने का कार्य’।
# आपके शरीर के अंदर भी मांसपेशियों का जाल, कोशिकाओं का जाल बुना हुआ है। जब यह कार्य अपने चरम पर होता है तो आप परिपक्व हो जाते हैं और उसके लिए शब्द है -’वयस्क होना’ । इस समय आपके अन्तरवयव( भीतर के अवयव) सबसे मजबूत होते हैं।
# वयस्कता को परिपक्वता कहते हैं। बचपन और यौवन के बीच के काल को ‘वयःसंधि’ कहते हैं। किशोर वय का अर्थ है- teen age
# ‘पन’ प्रत्यय लगाकर भी अवस्था का बोध होता है, जैसे– बालकपन, लड़कपन, अधेड़पन , किशोरपन, बचपन।
#भाषा_संशय_शोधन
['उम्र, आयु और अवस्था में अंतर']
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तीनों शब्दों में अंतर स्पष्ट हो, उससे पूर्व एक वाक्य पर विचार करें : “वह 60 साल की अवस्था में मर गया।” क्या यह वाक्य सही है?
#जी, नहीं । यह व्याकरणिक रुप से और ‘शब्द-मीमांसा’ की दृष्टि से ग़लत है। सही वाक्य होगा– “वह 60 साल की आयु में मर गया।”
#इस भूमिका के बाद आइए इन शब्दों के अर्थ पर विचार करते हैं–
# सबसे पहले आयु : 'जीवन-काल' को आयु कहते हैं। इसका अर्थ हुआ– जन्म के समय से लेकर मृत्यु के समय तक के बीच के अंतराल को ‘आयु’ कहते हैं। इसे आप जीवन-काल समझें!
# दीर्घ आयु/आयुष/आयुष्य की कामना के लिए प्राचीन काल से ही “दीर्घायु भव !” अथवा “आयुष्मान/ आयुष्मती भव !” का आशीष दिया जाता है। स्पष्ट है कि 'आयु' पूरे जीवन काल के लिए प्रयुक्त होता है। इसीलिए एक और आशीष है - “चिरंजीवी भव !”
# अवस्था : अवस्था का शाब्दिक अर्थ हालत या दशा है। लड़कपन, जवानी, अधेड़ावस्था और बुढ़ापा इसके उदाहरण हैं। ग़ौर करें कि ‘अधेड़ावस्था’ में अवस्था शब्द तो समाया हुआ ही है।
# उम्र का अर्थ है : जन्म से लेकर वर्तमान तक का समय; जबकि हमने देखा कि आयु जन्म से मृत्यु तक का समय होता है। यह अरबी मूल का है और फ़ारसी होते हुए हिंदी में प्रयुक्त होने लगा है। अगर कोई कहता है कि सोहन की उम्र 40 साल है, तो यह दर्शाता है कि सोहन की मृत्यु अभी नहीं हुई है। यहाँ अगर कहा जाए कि सोहन की आयु 40 वर्ष है, तो इसका अर्थ होगा कि वह 40 वर्ष बाद मर जाएगा।
# अगला शब्द है वय : ‘वय’ शब्द संस्कृत के ‘वयस’ से बना है जिसका अर्थ है– उम्र अथवा अवस्था (लेकिन आयु नहीं )। ‘वय’ शब्द का दूसरा अर्थ यौवन भी होता है ।
#संस्कृत में ‘वयन’ का अर्थ है ‘बुनना’ या ‘बुनने का कार्य’।
# आपके शरीर के अंदर भी मांसपेशियों का जाल, कोशिकाओं का जाल बुना हुआ है। जब यह कार्य अपने चरम पर होता है तो आप परिपक्व हो जाते हैं और उसके लिए शब्द है -’वयस्क होना’ । इस समय आपके अन्तरवयव( भीतर के अवयव) सबसे मजबूत होते हैं।
# वयस्कता को परिपक्वता कहते हैं। बचपन और यौवन के बीच के काल को ‘वयःसंधि’ कहते हैं। किशोर वय का अर्थ है- teen age
# ‘पन’ प्रत्यय लगाकर भी अवस्था का बोध होता है, जैसे– बालकपन, लड़कपन, अधेड़पन , किशोरपन, बचपन।
#भाषा_संशय_शोधन