The Aim Classes( Competitive Exams) Vyapam, MPPSC,SSC, Daily Quiz, current affairs, pinned «निम्नलिखित में से को सा मैदान न्यूजीलैंड में है»
8Q. ग्लोबल हंगर इंडेक्स 2021 में भारत का स्थान कौन सा है ?
आप उत्तर कॉमेंट करें.....? हम शाम को इसका सही उत्तर डालेगें ।
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क्रिप्स मिशन भारत कब आया
Anonymous Quiz
42%
22 मार्च 1942
24%
20 मार्च 1942
23%
26 मार्च 1942
10%
30 मार्च 1942
केबिनेट मिशन कब भारत पहुंचा
Anonymous Quiz
22%
10 मार्च 1946
25%
20 मार्च 1946
40%
24 मार्च 1946
13%
28 मार्च 1946
9Q. हाल में चर्चित देश यूक्रेन की राजधानी कहां है ?
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✍️आज का टॉपिक :
• NATO (नॉर्थ अटलांटिक ट्रीटी ऑर्गेनाइजेशन)
• गठन - 1949
• मुख्यालय - ब्रुसेल्स ( बेल्जियम )
• यूरोपीय यूनियन सहित अमेरिका का एक सैन्य संगठन ।
• उद्देश्य - यूरोपीय यूनियन के किसी भी देश पर हमले की स्तिथि से निपटना ।
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• गठन - 1949
• मुख्यालय - ब्रुसेल्स ( बेल्जियम )
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• उद्देश्य - यूरोपीय यूनियन के किसी भी देश पर हमले की स्तिथि से निपटना ।
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✍️ आज का टॉपिक :
Bureau of Indian Standards (भारतीय मानक ब्यूरो)
भारतीय मानक ब्यूरों एक वैधानिक (1956) संस्था है जिसका मुख्यालय दिल्ली में है।
विभिन्न औद्योगिक उत्पादों एवं उपभोक्ताओं के हित में यह गुणवत्ता,प्रमाणन एवं मानकीकरण का कार्य करता है।
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भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में निम्नलिखित मानक चिह्न प्रदान किए जाते हैं :
• ISI(Indian Standards Institution) -औद्योगिक उत्पादों पर गुणवत्ता मानक ।
• FPO(Fruit Products Order) - प्रसंस्कृत फल उत्पादों पर गुणवत्ता मानक।
• हॉलमार्क- स्वर्ण आभूषण का गुणवत्ता मानक।
• एगमार्क- खाद्य एवं कृषि उत्पादों की गुणवत्ता
•इकोमार्क - पर्यावरणीय गुणवत्ता मानक ।
• रगमार्क - बालश्रम रहित कालीन गुणवत्ता उत्पाद मानक का प्रतीक चिंह।
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#mppscmains #uppsc #upsc #rpsc #cgpsc
Bureau of Indian Standards (भारतीय मानक ब्यूरो)
भारतीय मानक ब्यूरों एक वैधानिक (1956) संस्था है जिसका मुख्यालय दिल्ली में है।
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• हॉलमार्क- स्वर्ण आभूषण का गुणवत्ता मानक।
• एगमार्क- खाद्य एवं कृषि उत्पादों की गुणवत्ता
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यूक्रेन-रूस विवाद पर एक आधारभूत समझ के लिए एक लघु लेख :
हम इस लेख में यूक्रेन और रूस के प्राचीन इतिहास या किसी अन्य संदर्भ को लेकर चर्चा ना करते हुए वर्तमान में जो स्थिति उत्पन्न हुई है उसके लिए जिम्मेदार परिस्थितियों की चर्चा करेंगे ।
• सर्वप्रथम आप लोगों को यह जानना चाहिए कि यूक्रेन एक देश के रूप में 1991 में यूएसएसआर (USSR) के विघटन के फल स्वरुप बना।
• यदि इसकी भौगोलिक स्थिति की चर्चा की जाए तो यह है पूर्वी यूरोप मैं रूस के साथ सीमा साझा करता है एवं काला सागर के उत्तर में स्थित है।
• विवाद का सबसे बड़ा प्रमुख कारण " क्रीमिया प्रायद्वीप " यह प्रायद्वीप काला सागर (Black Sea ) में स्थित है और यहां इस क्षेत्र का प्रमुख बंदरगाह भी स्थित है ।
• इसी उपरोक्त क्रीमिया प्रायद्वीप पर रूस ने 2014 में हमला कर यूक्रेन से छीन लिया और वर्तमान में यह रूस के अधीन है।
• 2014 के बाद यूक्रेन इसी क्रीमया प्रायद्वीप को वापस लेने के विचार से पश्चिम यूरोप के देशों एवं अमेरिका इत्यादि की तरफ झुकाव बढ़ा रहा है ।
• नाटो ( NATO ) एक सैन्य संगठन है जिसका गठन यूरोप के देशों ने तत्कालीन USSR के हमले की स्तिथि से निपटने के किया था अमेरिका भी इस संगठन का एक महत्वपूर्ण सदस्य है । अब विवाद का जो दूसरा बड़ा पहलू है वह है यूक्रेन का नाटो संगठन में शामिल होने का डर । रूस का कहना की अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देश यूक्रेन इत्यादि को नाटो में शामिल करके मास्को के नजदीक तक सैन्य तैनाती बढ़ाना चाहते हैं जिससे हमें खतरा होगा ।
• तीसरा जो कारण जो रूस बता रहा है वह यह है कि यूक्रेन अब एक कठपुतली देश रह गया है जिसकी स्वयं की कोई संप्रभुता नहीं है यह सिर्फ कुछ बढ़ी शक्तियों के इसरो पर सब कुछ कर रहा है जो हमारी संप्रभुता के लिए खतरा है ।
• एक और आरोप रूस के द्वारा लगाया गया है कि यूक्रेन में जो रूसी अल्पसंख्यक लोग है उनके साथ भेदभाव करता है तथा हमसे लड़ने के लिए परमाणु हत्यार बना सकता है ।
उपरोक्त सब कारण रूस द्वारा यूक्रेन पर सैन्य कार्यवाही के लिए बताया गया है और यूक्रेन के दो प्रांतों को स्वतंत्र देश की मान्यता रूस के द्वारा दे दी गई है और लेख लिखने तक जानकारी मिली है की रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव पर मिसाइल दागी हैं और युद्ध की शुरुआत कर दी है ।
अमेरिका और ब्रिटेन जैसे बड़े देश रूस को अंजाम भुगतने की धमकी देते रहे लेकिन रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने इनकी धमीकियों पर ध्यान न देते हुए कीव पर हमला कर दिया है । अब आगे देखने होगा की नाटो संगठन और अमेरिका का क्या स्टंट होता है और यदि नाटो और अमेरिका इस युद्ध में शामिल हो जाते है तो हो सकता है अब दुनिया को तीसरा विश्व युद्ध देखना पढ़े ।
By - मोनू गुप्ता
@theaimclasses
हम इस लेख में यूक्रेन और रूस के प्राचीन इतिहास या किसी अन्य संदर्भ को लेकर चर्चा ना करते हुए वर्तमान में जो स्थिति उत्पन्न हुई है उसके लिए जिम्मेदार परिस्थितियों की चर्चा करेंगे ।
• सर्वप्रथम आप लोगों को यह जानना चाहिए कि यूक्रेन एक देश के रूप में 1991 में यूएसएसआर (USSR) के विघटन के फल स्वरुप बना।
• यदि इसकी भौगोलिक स्थिति की चर्चा की जाए तो यह है पूर्वी यूरोप मैं रूस के साथ सीमा साझा करता है एवं काला सागर के उत्तर में स्थित है।
• विवाद का सबसे बड़ा प्रमुख कारण " क्रीमिया प्रायद्वीप " यह प्रायद्वीप काला सागर (Black Sea ) में स्थित है और यहां इस क्षेत्र का प्रमुख बंदरगाह भी स्थित है ।
• इसी उपरोक्त क्रीमिया प्रायद्वीप पर रूस ने 2014 में हमला कर यूक्रेन से छीन लिया और वर्तमान में यह रूस के अधीन है।
• 2014 के बाद यूक्रेन इसी क्रीमया प्रायद्वीप को वापस लेने के विचार से पश्चिम यूरोप के देशों एवं अमेरिका इत्यादि की तरफ झुकाव बढ़ा रहा है ।
• नाटो ( NATO ) एक सैन्य संगठन है जिसका गठन यूरोप के देशों ने तत्कालीन USSR के हमले की स्तिथि से निपटने के किया था अमेरिका भी इस संगठन का एक महत्वपूर्ण सदस्य है । अब विवाद का जो दूसरा बड़ा पहलू है वह है यूक्रेन का नाटो संगठन में शामिल होने का डर । रूस का कहना की अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देश यूक्रेन इत्यादि को नाटो में शामिल करके मास्को के नजदीक तक सैन्य तैनाती बढ़ाना चाहते हैं जिससे हमें खतरा होगा ।
• तीसरा जो कारण जो रूस बता रहा है वह यह है कि यूक्रेन अब एक कठपुतली देश रह गया है जिसकी स्वयं की कोई संप्रभुता नहीं है यह सिर्फ कुछ बढ़ी शक्तियों के इसरो पर सब कुछ कर रहा है जो हमारी संप्रभुता के लिए खतरा है ।
• एक और आरोप रूस के द्वारा लगाया गया है कि यूक्रेन में जो रूसी अल्पसंख्यक लोग है उनके साथ भेदभाव करता है तथा हमसे लड़ने के लिए परमाणु हत्यार बना सकता है ।
उपरोक्त सब कारण रूस द्वारा यूक्रेन पर सैन्य कार्यवाही के लिए बताया गया है और यूक्रेन के दो प्रांतों को स्वतंत्र देश की मान्यता रूस के द्वारा दे दी गई है और लेख लिखने तक जानकारी मिली है की रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव पर मिसाइल दागी हैं और युद्ध की शुरुआत कर दी है ।
अमेरिका और ब्रिटेन जैसे बड़े देश रूस को अंजाम भुगतने की धमकी देते रहे लेकिन रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने इनकी धमीकियों पर ध्यान न देते हुए कीव पर हमला कर दिया है । अब आगे देखने होगा की नाटो संगठन और अमेरिका का क्या स्टंट होता है और यदि नाटो और अमेरिका इस युद्ध में शामिल हो जाते है तो हो सकता है अब दुनिया को तीसरा विश्व युद्ध देखना पढ़े ।
By - मोनू गुप्ता
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10Q. रानी लक्ष्मी बाई की समाधि किस शहर में है ?
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11Q. अनुच्छेद-44 का संबंध किस विषय से है ?
उत्तर कॉमेंट करें....?
हम इनके सही उत्तर 1 दिन बाद उपलब्ध कराते हैं हालंकि आप कॉमेंट जरूर करें चाहे आपको क्वेश्चन आसान लगे क्योंकि इससे आपको उत्तर अच्छे से याद हो जायेगा ।
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12Q. जवाहर सागर परियोजना किस नदी पर स्थित है ?
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Q13. राज्य पुर्नगठन आयोग 1953 के अध्यक्ष कौन थे ?
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आज का टॉपिक ✍️
समान नागरिक संहिता =>
• अनुच्छेद- 44 का संबंध " समान नागरिक संहिता" से है ।
• यह संविधान के भाग-4 के अंतर्गत आने वाले नीति निदेशक तत्वों के अंतर्गत आता है ।
• समान नागरिक संहिता से तात्पर्य पूरे देश के लिए एक समान सिविल(सामाजिक) कानून वाली एक संहिता से हैं ।
हालांकि अभी देश में ऐसी को कोई कानून नहीं है जो सभी धर्मों के लोगों पर एक समान लागू होता हो यह संहिता अभी DPSP के अंतर्गत है जिसके निर्माण की बात बार - बार उठती रहती है ।
इसके निर्माण के बाद सभी धर्मों के लोगों के लिए तलाक,विवाह,परिवारिक संपत्ति, उत्तराधिकार इत्यादि के लिए समान कानून लागू होंगे ।
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#mppscmains #upsc #rpsc #uppsc #cgpsc #mppsc #vyapam #gkfacts
समान नागरिक संहिता =>
• अनुच्छेद- 44 का संबंध " समान नागरिक संहिता" से है ।
• यह संविधान के भाग-4 के अंतर्गत आने वाले नीति निदेशक तत्वों के अंतर्गत आता है ।
• समान नागरिक संहिता से तात्पर्य पूरे देश के लिए एक समान सिविल(सामाजिक) कानून वाली एक संहिता से हैं ।
हालांकि अभी देश में ऐसी को कोई कानून नहीं है जो सभी धर्मों के लोगों पर एक समान लागू होता हो यह संहिता अभी DPSP के अंतर्गत है जिसके निर्माण की बात बार - बार उठती रहती है ।
इसके निर्माण के बाद सभी धर्मों के लोगों के लिए तलाक,विवाह,परिवारिक संपत्ति, उत्तराधिकार इत्यादि के लिए समान कानून लागू होंगे ।
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क्या आप NATO के बारे में जानते है
नॉर्थ एटलांटिक ट्रीटी ऑर्गनाइजेशन यानी नाटो 1949 में बना एक सैन्य गठबंधन है जिसमे शुरुवात में अमेरिका, कनाडा , फ्रांस और ब्रिटेन समिल थे। इस गठबंधन का मूल सिद्धांत ये है कि यदि किसी एक सदस्य देश पर हमला होता है तो बाकी देश उसकी मदद के लिए आगे आयेगे। इसका मूल उद्देश्य दूसरे विश्व युद्ध के बाद रूस के यूरोप में विस्तार को रोकना था। नाटो गठबंधन में अब 30 सदस्य देश है।
#NATO
नॉर्थ एटलांटिक ट्रीटी ऑर्गनाइजेशन यानी नाटो 1949 में बना एक सैन्य गठबंधन है जिसमे शुरुवात में अमेरिका, कनाडा , फ्रांस और ब्रिटेन समिल थे। इस गठबंधन का मूल सिद्धांत ये है कि यदि किसी एक सदस्य देश पर हमला होता है तो बाकी देश उसकी मदद के लिए आगे आयेगे। इसका मूल उद्देश्य दूसरे विश्व युद्ध के बाद रूस के यूरोप में विस्तार को रोकना था। नाटो गठबंधन में अब 30 सदस्य देश है।
#NATO
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