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शहीद भगत सिंह 🇮🇳🇮🇳
▪️भगत सिंह का जन्म 28 सितंबर, 1907 को बंगा गाँव, जिला - लायलपुर, पंजाब (वर्तमान पाकिस्तान) में हुआ था।
▪️इनका पालन-पोषण पंजाब के जालंधर ज़िले में संधू जाट किसान परिवार में हुआ।
▪️वर्ष 1923 में भगत सिंह ने नेशनल कॉलेज, लाहौर में प्रवेश लिया, जिसकी स्थापना और प्रबंधन लाला लाजपत राय एवं भाई परमानंद द्वारा किया था।
▪️वर्ष 1924 में भगतसिंह कानपुर में शचिन्द्र नाथ सान्याल द्वारा एक साल पहले शुरू किए गए हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन (Hindustan Republican Association) के सदस्य बने तथा एसोसिएशन के मुख्य आयोजक चंद्रशेखर आज़ाद थे।
▪️हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन के सदस्य के रूप में भगत सिंह ने ‘बम का दर्शन’ (Philosophy of the Bomb) को गंभीरता से लेना शुरू किया।
▪️उन्होंने ब्रिटिश साम्राज्यवाद के खिलाफ सशस्त्र क्रांति को एकमात्र हथियार माना।
▪️वर्ष 1925 में भगत सिंह लाहौर लौट आए और अगले एक वर्ष के भीतर उन्होंने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर ‘नौजवान भारत सभा’ नामक एक उग्रवादी युवा संगठन का गठन किया।
▪️अप्रैल, 1926 में भगत सिंह ने सोहन सिंह जोश के साथ संपर्क स्थापित किया तथा उनके साथ मिलकर ‘श्रमिक और किसान पार्टी’ की स्थापना की।
▪️दिसम्बर 1928 - राजगुरु के साथ मिलकर जे. पी. सांडर्स को मारकर 'लाला लाजपत राय की हत्या का बदला लिया।
▪️इनकी प्रमुख रचना ‘मैं नास्तिक क्यों हूँ ‘ है।
▪️शहादत : 23 मार्च, 1931 लाहौर जेल, पंजाब (वर्तमान पाकिस्तान)
▪️भगत सिंह का जन्म 28 सितंबर, 1907 को बंगा गाँव, जिला - लायलपुर, पंजाब (वर्तमान पाकिस्तान) में हुआ था।
▪️इनका पालन-पोषण पंजाब के जालंधर ज़िले में संधू जाट किसान परिवार में हुआ।
▪️वर्ष 1923 में भगत सिंह ने नेशनल कॉलेज, लाहौर में प्रवेश लिया, जिसकी स्थापना और प्रबंधन लाला लाजपत राय एवं भाई परमानंद द्वारा किया था।
▪️वर्ष 1924 में भगतसिंह कानपुर में शचिन्द्र नाथ सान्याल द्वारा एक साल पहले शुरू किए गए हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन (Hindustan Republican Association) के सदस्य बने तथा एसोसिएशन के मुख्य आयोजक चंद्रशेखर आज़ाद थे।
▪️हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन के सदस्य के रूप में भगत सिंह ने ‘बम का दर्शन’ (Philosophy of the Bomb) को गंभीरता से लेना शुरू किया।
▪️उन्होंने ब्रिटिश साम्राज्यवाद के खिलाफ सशस्त्र क्रांति को एकमात्र हथियार माना।
▪️वर्ष 1925 में भगत सिंह लाहौर लौट आए और अगले एक वर्ष के भीतर उन्होंने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर ‘नौजवान भारत सभा’ नामक एक उग्रवादी युवा संगठन का गठन किया।
▪️अप्रैल, 1926 में भगत सिंह ने सोहन सिंह जोश के साथ संपर्क स्थापित किया तथा उनके साथ मिलकर ‘श्रमिक और किसान पार्टी’ की स्थापना की।
▪️दिसम्बर 1928 - राजगुरु के साथ मिलकर जे. पी. सांडर्स को मारकर 'लाला लाजपत राय की हत्या का बदला लिया।
▪️इनकी प्रमुख रचना ‘मैं नास्तिक क्यों हूँ ‘ है।
▪️शहादत : 23 मार्च, 1931 लाहौर जेल, पंजाब (वर्तमान पाकिस्तान)