एक नजर में UP शिक्षा विभाग का हाल
उत्तर प्रदेश की ठप पड़ी शिक्षा भर्तियों पर मौन क्यों?
प्रदेश में शिक्षा विभाग से जुड़ी दर्जनों भर्तियाँ वर्षों से लंबित हैं। सरकार की निष्क्रियता न सिर्फ युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ है, बल्कि यह एक गंभीर प्रशासनिक संकट का संकेत भी है। लाखों युवा वर्षों से तैयारी कर रहे हैं — लेकिन न विज्ञापन, न परीक्षा, न परिणाम। अब सवाल उठाने का समय है।
⚠️ ये हैं वे मुख्य भर्तियाँ जिनका हाल बेहाल है:
1. खंड शिक्षा अधिकारी (BEO):
पिछले 7 वर्षों से नियमावली ही संशोधित हो रही है। भर्ती प्रक्रिया शुरू ही नहीं हो पा रही।
2. असिस्टेंट प्रोफेसर व लाइब्रेरियन (उच्च शिक्षा विभाग):
4 वर्षों से नियमावली का निर्माण अधर में है, कोई भर्ती नहीं।
3. राजकीय इंटर कॉलेज (GIC) प्रवक्ता:
नियमावली संशोधन के कारण भर्ती अटकी पड़ी है।
4. TGT-PGT भर्ती (माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड):
4 वर्षों से कोई नियमित परीक्षा नहीं, सैकड़ों स्कूल शिक्षकों के बिना चल रहे हैं।
5. जूनियर ADD
परीक्षा के बाद 4 साल से परिणाम लंबित है, नियुक्ति का कोई अता-पता नहीं।
6. बेसिक शिक्षक भर्ती (Primary Teachers):
2018 के बाद से कोई नई भर्ती नहीं, हजारों प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षक नहीं।
7. शिक्षामित्र:
मानदेय वृद्धि केवल कागजों तक सीमित, लगातार आश्वासन लेकिन कोई ठोस कार्यवाही नहीं।
8. पॉलीटेक्निक संस्थानों में लेक्चरर भर्ती:
4 वर्षों से कोई विज्ञापन जारी नहीं किया गया।
उत्तर प्रदेश की ठप पड़ी शिक्षा भर्तियों पर मौन क्यों?
प्रदेश में शिक्षा विभाग से जुड़ी दर्जनों भर्तियाँ वर्षों से लंबित हैं। सरकार की निष्क्रियता न सिर्फ युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ है, बल्कि यह एक गंभीर प्रशासनिक संकट का संकेत भी है। लाखों युवा वर्षों से तैयारी कर रहे हैं — लेकिन न विज्ञापन, न परीक्षा, न परिणाम। अब सवाल उठाने का समय है।
⚠️ ये हैं वे मुख्य भर्तियाँ जिनका हाल बेहाल है:
1. खंड शिक्षा अधिकारी (BEO):
पिछले 7 वर्षों से नियमावली ही संशोधित हो रही है। भर्ती प्रक्रिया शुरू ही नहीं हो पा रही।
2. असिस्टेंट प्रोफेसर व लाइब्रेरियन (उच्च शिक्षा विभाग):
4 वर्षों से नियमावली का निर्माण अधर में है, कोई भर्ती नहीं।
3. राजकीय इंटर कॉलेज (GIC) प्रवक्ता:
नियमावली संशोधन के कारण भर्ती अटकी पड़ी है।
4. TGT-PGT भर्ती (माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड):
4 वर्षों से कोई नियमित परीक्षा नहीं, सैकड़ों स्कूल शिक्षकों के बिना चल रहे हैं।
5. जूनियर ADD
परीक्षा के बाद 4 साल से परिणाम लंबित है, नियुक्ति का कोई अता-पता नहीं।
6. बेसिक शिक्षक भर्ती (Primary Teachers):
2018 के बाद से कोई नई भर्ती नहीं, हजारों प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षक नहीं।
7. शिक्षामित्र:
मानदेय वृद्धि केवल कागजों तक सीमित, लगातार आश्वासन लेकिन कोई ठोस कार्यवाही नहीं।
8. पॉलीटेक्निक संस्थानों में लेक्चरर भर्ती:
4 वर्षों से कोई विज्ञापन जारी नहीं किया गया।
टी0जी0टी0_अंशकालीन_रिक्तवार_सीटें.pdf
407.8 KB
Sarvoday vidyalaya contract base teachers TGT vacant post
सर्वोदय विद्यालय टीजीटी पीजीटी कान्ट्रैक्ट शिक्षक भर्ती
लास्ट डेट- 16 जून
आवेदन करनें का लिंक- https://swdtgtpgt.in/
लास्ट डेट- 16 जून
आवेदन करनें का लिंक- https://swdtgtpgt.in/